Speech on Independence Day in Hindi
Best Speech on Independence Day in Hindi for School Students & Teachers : हमारे देश के स्वतन्त्रता (दिवस 15 अगस्त) को बस चंद दिन शेष रह गए हैं ऐसे में लोग Google और YouTube में Search करने लगते हैं – Best Speech on Independence Day in Hindi for School Students & Teachers, 15 August Speech in Hindi for School Students & Teachers, Best Speech on Independence Day in Hindi, Swatantrata Diwas Par Nibandh, Independence Day Speech in Hindi Wikipedia.
आज हम आपके लिए लेकर आए हैं Best Speech on Independence Day in Hindi for School Students & Teachers जिसे पढ़कर आप भी इस स्वतन्त्रता दिवस पर भाषण दे सकते हैं। आशा है आपको हमारी 15 August Speech in Hindi for School Students & Teachers पसन्द आएगी।
15 August Speech in Hindi
आज हम आजाद हैं, लेकिन फिर भी आजाद नहीं। आज हम अपना 72वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। हम ने 72 साल पहले अंग्रेजों से आजादी तो पा ली लेकिन आज के वक्त में हम खुद के लोगों से आजाद नहीं, खुद की सोच से आजाद नहीं। आज हम अपने ही देश में आजाद नहीं। हमें यह आजादी भीख में नहीं मिली। इस आजादी के लिए लाखों-करोड़ों लोगों ने जुबाँ पर भारत माता का नाम लेकर खुद को कुर्बान किया है। देश के आगे कुछ सोचा नहीं, कुछ समझा नहीं बस खुद को वतन के नाम किया है।
क्या हमने इतनी कुर्बानियों से मिली इस आजादी को संभालकर रखा है ? हमारा देश धर्मनिरपेक्ष देश कहलाता है। हम एकता की बात करते हैं लेकिन आज हम हिन्दू–मुस्लिम के नाम पर दंगे करते हैं और इसी पर राजनीति का गंदा खेल खेलते हैं। कभी वीरों ने नारा दिया था, हिन्दू–मुस्लिम-सिख-ईसाई, चारों हैं भाई-भाई, लेकिन आज हम इस नारे को भूल चुके हैं। वीरों ने कुर्बान होने से पहले जाति और धर्म को नहीं देखा था। आज हम जाति और धर्म में बंट चुके हैं। आज देश हमसे कह रहा है कि धर्म, जाति, भेदभाव, ऊंच-नीच की हर जंजीर को तोड़ दो और खुद को आजाद करो।
‘कीमत करो उन शहीदों की
जो इस देश पर कुर्बान हुए
सिर्फ दो दिनों की मोहताज नहीं है देश भक्ति
नागरिकों की एकता ही है देश की असल शक्ति’
हमारे देश की बेटियाँ हर दिन आसमान को छू रही हैं। पुरूष-प्रधान देश में लड़कर अपनी जगह बना रही हैं और देश को बदल रही हैं। बेटियों की हिम्मत और हौंसले के आगे आसमान भी झुक रहा है लेकिन हमारे देश के कुछ जानवर उनके बढ़ते कदमों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। आज के वक्त में एक छोटी सी लड़की के साथ-साथ एक बूढ़ी औरत भी घर से बाहर निकलने में डरती है।
हर साल बलात्कार के आँकड़ों में बढ़ोतरी ही देखने को मिल रही है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आँकड़ों के मुताबिक साल 2016 में 19 प्रमुख शहरों में महिलाओं के प्रति दुर्व्यवहार के कुल 41,761 मामले दर्ज किये गए। इनमें से 33 प्रतिशत यानी 13,803 मामले अकेले दिल्ली में सामने आए। जब हमारे देश की राजधानी दिल्ली ही महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं हैं तो देश के बाकी हिस्सों की स्थिति क्या होगी, आसानी से अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
आज आजादी के इस मौके पर हमें जरूरत है महिलाओं को आजाद करने की, जानवरों के खिलाफ खड़े होने की और उन जानवरों को बताने की कि –
‘भले हाथों में चूड़ी खनके
छन-छन करते पायल, झुमके
पर हमारे देश की हैं प्रचंड नारी
वक्त पड़ने पर उठा सकती है तलवार भारी’
हम अपने देश को लोकतान्त्रिक देश कहते हैं। गर्व के साथ खुद को आजाद कहते हैं। लेकिन क्या आप को पता है कि इस आजाद देश में रोज कितने भूखे सोते हैं। झूठे वादे करके, झूठे सपने दिखा कर नेता वोट तो ले लेते हैं। लेकिन इन लाखों लोगों की भूख की चिंता तो नेताओं को तब होगी जब कुर्सी की भूख खत्म होगी। वोट लेने के बाद नेता आराम से सोता है लेकिन एक गरीब पल-पल रोता है।
अनाज का देवता किसान अगर खुदकुशी करता है तो नेताओं को नया मु्द्दा मिलता है। सरकार लाखों योजनाएँ शुरू कर दे लेकिन कभी भी वह गरीबों तक नहीं पहुँचती हैं। देश में भ्रष्ट्राचार लगातार बढ़ रहा है। आए दिन बस गरीब ही मर रहा है। इस आजाद देश में मीडिया को भी अपनी बात रखने की आजादी नहीं है। आम आदमी रखता तो उसे देशविरोधी और पाकिस्तानी का नाम दे दिया जाता है।
देश के प्रहरी जो दिन-रात हमारी सुरक्षा में खड़े रहते हैं, आज सोचकर ही शर्म आती हैं कि हम एक ऐसे देश में रह रहे हैं, जहां अपने ही सैनिकों पर सवाल उठाए जाते हैं। अब वक्त आ गया है यह सोचने का कि हमारा देश किस ओर जा रहा है ? क्या हमारा देश वास्तव में आजाद है ? क्या आज हम सही मायने में आजाद है ? क्या यह वही देश है जिसे कभी विश्व-गुरू कहा जाता था ? क्या यह वही देश है जिसे हमारे वीरों ने हमारे लिए छोड़ा था ?
अगर आप इंतजार कर रहे हैं कि कोई महात्मा गाँधी, भगत सिंह, सुखदेव जैसा आएगा और देश में क्रान्ति लाएगा तो याद रखो, आज के वक्त में कोई नहीं आएगा। आप को खुद अपनी लड़ाई लड़नी होगी। हमे एक बार फिर से अपने देश को आजाद करना होगा।
अन्त में बस इतना ही कहना चाहूँगा :
‘धर्म न हिन्दू का है, न ही मुस्लिम का
धर्म तो बस इंसानियत का है
ये भूख से बिलखते बच्चों से पूछो़
सच क्या है ? झूठ क्या है ?
जय हिन्द, जय भारत
वन्दे मातरम्
आशा है आपको हमारी यह Best Speech on Independence Day in Hindi for School Students & Teachers (15 August Speech in Hindi for School Students & Teachers) पसन्द आयी होगी।